सभी साथियों एवं देशवासियों को धन-संपत्ति-समृद्धि-वैभव व आरोग्य के पावन पर्व #धनतेरस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं....
माता लक्ष्मी व आरोग्य के देवता भगवान धन्वन्तरि की असीम कृपा सभी पर बने रहे..सभी को सुख-समृद्धि की प्राप्ति हो।
promotion and advertisement through Internet digital marketing solutions to all buisnesses like-schools,coachings,colleges,shopkeepers,products like - Hosting, Bulk sms, website design and development, mobile android apps for buisnesses and startups, Internet marketing services for online promotions, e-commerce and shopping web projects
सभी साथियों एवं देशवासियों को धन-संपत्ति-समृद्धि-वैभव व आरोग्य के पावन पर्व #धनतेरस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं....
माता लक्ष्मी व आरोग्य के देवता भगवान धन्वन्तरि की असीम कृपा सभी पर बने रहे..सभी को सुख-समृद्धि की प्राप्ति हो।
हाड़ोती : दीपावली की लोक परम्परा..
"हीड पूजन" हीडों
** हमारा देश भारत विभिन्न सांस्कृतिक परम्पराओं का देश हैं। सदियों से ये परंपराएं लोक जीवन को सुर्भित करती हैं और पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित होती हैं। दीपावली पर्व भी देश में विविध परम्पराओं के साथ अपार उत्साह से मनाया जाता है। आपको इस बार दीपावली पर राजस्थान में हाड़ोती क्षेत्र की सदियों से जन - मानस में रची - बसी लोक परम्परा " हीड पूजन" के बारे में बताते हैं।
** दीपावली पर हीड पूजन की परंपरा कितनी प्राचीन है यह तो साफतौर पर कहना संभव नहीं है पर लोक यह परंपरा रियातकाल से इस क्षेत्र में प्रचलित है। इस लोक परम्परा के प्रति यूं तो शहरों में भी प्रचलन था परंतु गांवों में विशेष उल्लास देखने को मिलता है। परंपरा और पर्व के स्वागत के लिए गांवों में घर का आंगन, झोपड़ी की दीवार, घर के बाहर दरवाजे की चौखट, सहन, पशुओं को बांधने का बाड़ा और यहां तक कि चूल्हा भी और हीड पूजन स्थल सभी खूबसूरत मांडना से सजाये जाते हैं।
** रोशनी से रोशन माहोल में अमावस की रात में कुंवारे लड़कों में हीड पूजा और प्रज्वलित हीड को ले कर घर - घर टोलियों में हीड के गीत गाते हुए घूमने का जितना उत्साह होता था वह देखते ही बनता था। लोग भी इतने ही उत्साह से हीड ले कर आने वाले लड़कों का इंतजार करते थे।
** हीड परंपरा में हीड एक प्रकार से माटी से बने दीपक की संरचना होती है जो डमरू की तरह दो तल का बना होता है। डमरू में दोनों हिस्से एक दूसरे से उल्टे होते हैं, इसमें दोनों हिस्से ऊपर की और खुले हुए सीधे होते हैं। ऊपर वाला हिस्सा बड़ा होता है और नीचे वाला उससे छोटा होता है। दोनों के मध्य में छोटे से माटी के स्टैंड से जुड़े होते हैं। इस मध्य भाग को बांस अथवा एक पतले गन्ने को क्रॉस में मोड़ कर फंसा कर पकड़ने के लिए स्टैंड बना लिया जाता है।
** सबसे पहले इस माटी की हीड का पूजन कर लड़के ऊपर वाले हिस्से में कपास्ये ( बिनोले) और तेल डाल कर इसे प्रज्वलित किया जाट है। बिनौले बाजार में मिलने वाली दीपावली की पूजन सामग्री में साथ आते हैं। इन्हें कहीं ढूंढना नहीं पड़ता है।
** प्रज्वलित हीड ले कर लड़के पहले तो घर के बुजुर्गो के चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद लेते हैं। बुजुर्ग उन्हें आशीर्वाद स्वरूप हीड के निचले हिस्से में कुछ पैसे डालते हैं। इसके बाद गांवों में लडके हीड से संबंधित लोक गीत गाते हुए घूमते हैं। कई लोकगीत प्रचलित हैं। एक गीत "" हिडों दीवाली तेल मेलो "" और दूसरा "हीडो दीवाली पापड़ी तेल लाओ" विशेष प्रसिद्ध हैं। पहले गीत का भाव है दिवाली की हीड अर्थात प्रकाश आपके द्वार पर आया है, प्रकाश हमेशा रोशन और आपके घर हमेशा खुशियों से भरपूर रहे अतः इसे प्रकाशित बनाए रखने के लिए इसमें तेल डाले। दूसरे गीत में भी इसी भाव के साथ - साथ वे घर में बने पकवान पापडी खाने के लिए कहते कहते हैं। लडके जब समूह में एक स्वर से इन गीतों को गाते हैं सारा माहोल गीतों के स्वरों से गूंज उठता है।
** प्रज्वलित हीड लेकर लड़के गीत गाते घर - घर जाते हैं लोग हीड का स्वागत करते हैं और बच्चों को खाने के लिए पापड़ी देते हैं जिसे वे बड़े चाव से खाते हैं। हीड की अग्नि को प्रकाशित रखने के लिए तेल डालते हैं और खुशियों के प्रतीक प्रकाश को निरंतर बने रहने की कामना करते हैं। बच्चों को अपने आशीर्वाद स्वरूप हीड के नीचे के खुले हिस्से में रुपए पैसे भी डालते हैं।
** प्रकाश पर्व दीपावली पर प्रकाश से प्रकाश फैलने, खुशियों की कामना करने की सदियों पुरानी यह लोक परम्परा भी आज के बदलते माहोल में लुप्त होने के दौर से गुजर रही है। शहरों में तो लगभग लुप्त ही हो गई है परंतु गांवों में अभी भी इस परंपरा को नजदीक से देखा जा सकता है, महसूस किया जा सकता है और आनंद लिया जा सकता है।
----- डॉ. प्रभात कुमार सिंघल।
On Dhanteras Goddess Lakshmi and Lord Kuber shower us with wealth and prosperity. May We fulfill all our dreams and become successful in life.May the festival of Dhanteras endow us with happiness. Kotapride is Wishing you and your Dreams a very Blessed & HappyDhanteras .
धनतेरस के पवित्र पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं।
माता महालक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि जी सभी के जीवन में सुख, समृद्धि, यश, वैभव और आरोग्य का संचार करें।
Happy Dhanteras 2022 #ISMDhanteras2022
Kotapride Skills
Thankful and grateful
Kotapride Digital Agency
Magical promotional ISM OVCM YouTube marketing
Www.digitalmarketingkota.in
9828036274
Kotapride Wishes a very HappyDhanteras .
माता महालक्ष्मीजी सभी के जीवन में सुख, समृद्धि, यश, वैभव का संचार करें।
Kotapride Digital Agency
Www.digitalmarketingkota.in
https://magicaldigitalmarketing.blogspot.com/
On Dhanteras Goddess Lakshmi and Lord Kuber shower us with wealth and prosperity. May We fulfill all our dreams and become successful in life.May the festival of Dhanteras endow us with happiness. Kotapride is Wishing you and your Dreams a very Blessed & HappyDhanteras .
सावधान रहिए, सतर्क रहिए….. cybercrime से सुरक्षित रहिए। please follow safety tips by our Government.
Thankful and grateful
Kotapride Digital Agency
Magical promotional ISM OVCM YouTube marketing
धनतेरस के पवित्र पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं।
माता महालक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि जी सभी के जीवन में सुख, समृद्धि, यश, वैभव और आरोग्य का संचार करें।
Happy Dhanteras 2022 #ISMDhanteras2022
Kotapride Skills
चारों तरफ आनंद और उल्लास का वातावरण है। बाजारों में खरीददारों की भीड़ है, चेहरे में चमक है। आज धनतेरस है। भगवान धन्वंतरि के चरणों में प्रणाम! वह सब पर कृपा और आशीर्वाद की वर्षा करें। सब स्वस्थ रहें, प्रसन्न रहें, निरोग रहें। सबका मंगल और कल्याण हो।
भारत की परंपरा है कि धनतेरस के दिन हम कुछ ना कुछ बर्तन खरीदते हैं। उसी परंपरा का निर्वहन करते हुए कई वर्षों से अपने परिवार के साथ हम चांदी का सिक्का और बर्तन खरीदते हैं। यह अद्भुत सनातन परंपरा है।
हमारे परंपरा, जीवनमूल्य और संस्कृति का पालन करना हम सब का कर्तव्य है।