Saturday, December 3, 2022

Happy Gita Jayanti, jai shree krishna

गीता सुगीता कर्तव्या किमन्यै:शास्त्रसंग्रहै:। 
या स्वयं पद्मनाभस्य मुखपदमाद्विनि:सृता।।

हजारों वर्षों से प्रासंगिक गीता भारत की ओर से पूरी मानव सभ्यता के लिए एक प्रेरक उपहार है। गीता ने प्रत्येक व्यक्ति को लोकहित में कार्य करने का मार्ग दिखाया है। यह फल से पहले उचित कर्म की बात करती है, सही मायनों में कर्म की यह अवधारणा ही जिन्दगी का मूल सिद्धांत है। 

पूरे विश्व की धरोहर, अमरवाणी गीता ने हर क्षेत्र के लोगों को प्रेरणा दी है। न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के अनेक देशों ने इसकी दिव्‍यता को महसूस किया है। यह मात्र कोई धर्मग्रंथ नहीं है बल्कि एक जीवन ग्रंथ भी है। जीवन की ऐसी कोई भी समस्‍या नहीं है जिसका हल गीता में न हो। गीता मात्र दर्शन का विषय भी नही है यह आम जन के आचार-विचार में भी रची-बसी है। हम जब भी कभी ऐसे दोराहे पर खड़े हो जाते हैं जहाँ कोई भी निर्णय लेना संभव न हो तब गीता हमारी समस्‍याओं का हल दिखाकर, हमें सही निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करती है। आज गीता की शिक्षाओं को विश्व स्तर पर गुंजायमान होते हुए देखकर प्रसन्नता होती है। गीता जयंती की सभी देशवासियों को अनंत शुभकामनाएँ।

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